बोकारो : जिले के चीराचास में रविवार को घोर लापरवाही देखने को मिली. जहां एक तरफ सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना को हराने के लिए लॉकडाउन कर सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी तरफ उक्रमित मध्य विद्यालय, चीराचास के प्रांगण में दर्जनों बच्चे और उनके अभिभावकों की भीड़ देखी गई. यह सभी अपने हिस्से के मध्यान भोजन का खाद्यान लेने आए हुए थे.

प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों को बच्चों के घर-घर जाकर मध्यान भोजन का खाद्यान्न पहुंचाने का निर्देश दिया गया है. लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा गांव में खबर भेजकर सभी को बुला लिया गया. अफरा-तफरी के माहौल में खाद्यान वितरण किया जा रहा था. सामाजिक दूरी का किसी को भी ख्याल रखते नहीं देखा गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंस का पालन करते किसी को नहीं देखा गया.

स्कूल की प्राचार्या सुनीता प्रसाद ने बताया कि सरकार द्वारा बार-बार खाद्यान्न वितरण के लिए चेतावनी दी जा रही है. दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन उनके पास गांव में जाकर बांटने का कोई साधन नहीं है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मजबूरन उन्हें सभी को स्कूल बुलाना पड़ा. उनके लाख समझाने के बाद भी कोई सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहा तो वह क्या कर सकती हैं.

वार्ड पार्षद सुनील कुमार महतो ने कहा कि स्कूल के प्राचार्या द्वारा मनमानी की जाती है. आज के विषम परिस्थिति में भी उन्होंने जानबूझकर सभी को स्कूल बुलाया. ताकि चंद बच्चों के बीच खाद्यान्न बांटकर खानापूर्ति कर सकें.

राकेश शर्मा की रिपोर्ट