बेगूसराय : बिहार में लगातार सरकार के द्वारा शराबबंदी को लेकर दवा कर रही है लेकिन इसके बावजूद भी बेगूसराय में शराब कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है जहां शराब को नाव से नदी पार नहीं करने मछुआरों को उस समय मांगा पर गया जब दबंगों ने मछुआरों को लाठी डंडे एवं पिस्टल के बट से जमकर पिटाई कर दी. इससे मन नहीं भरा गमछा से फांसी किस को मारने का भी प्रयास किया.
बताया जाता है कि जबरन नाव से दारू पार करने के लिए कहां जब इस बात से इंनकार किया तो दबंगों ने मछुआरों को लाठी डंडे एवं पिस्टल के बट से जमकर पिटाई कर दी. इससे मन नहीं भरा तो मछुआरे को गमछा से फांसी लगाकर जान से मारने का प्रयास किया. घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कोरिया के समीप की है. घायल मछुआरे की पहचान कोरिया नया टोला के वार्ड नंबर-1 निवासी स्वर्गीय मुसहरू सहनी के पुत्र सीताराम सहनी के रूप में की गई है.
बताया जाता है कि तकरीबन दो बजे रात में जब सीताराम सहनी अपने नाव से बूढ़ी गंडक के तालाब में मछली मार रहा था. उसी दरमियान मोहनपुर के रहने वाले भूलू सिंह एवं रंजीत सिंह सहित कई लोग वहां पर पहुंचे. जबरन रात को नाव पर रखकर सीताराम साहनी को कहने लगे. इस शराब को उस पार ले जाओ जब इसका विरोध सीताराम साहनी ने किया तो भूलू सिंह एवं रंजीत सिंह सहित कई लोग उनको जमकर लाठी डंडे एवं पिस्टल के बट से पीटना शुरू कर दिया. इससे मन नहीं भरा तो गले में गमछा बांधकर फांसी लगा दिया. जिससे वह अधमरा हो गए. वहां से मरा समझकर वह से सभी लोग फरार हो गया.
जब घर वालों ने देखा कि सीताराम साहनी घर वापस नहीं आया. तब परिजनों ने इनको ढूंढते हुए जब बूढ़ी गंडक के पास पहुंचे तो बेहोशी की हालत पर नाव पर सीताराम साहनी पड़ा हुआ था. आनन-फानन में परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल मुफस्सिल थाने के पुलिस मामले को दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
जीवेश तरुण की रिपोर्ट