द एचडी न्यूज डेस्क : भारत-चीन के सैनिकों के बीच सोमवार रात लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों में पांच जवान बिहार के हैं. इनमें से पटना जिले के बिहटा निवासी सुनील कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार शाम विशेष विमान से पटना हवाईअड्डे लाया गया.
देश की सुरक्षा करने के दौरान शहीद हुए जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर गुरूवार को उनके गांव पहुंचा. बिहटा के तारानगर में शहीद सुनील कुमार का शव जैसे ही पहुंचा लोग वहां भारत माता की जय के नारे लगाने लगे. रास्ते में लोगों ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी और भारत माता की जय के नारे लगाए. वहीं, बिहटा के तारानगर पहुंचते शहीद के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ गया.
मौके पर आर्मी के जवान सहित कई अधिकारी भी मौजूद हैं. इस दौरान लोगों ने चीन के खिलाफ नारेबाजी की और बदला लेने के लिए नारे भी लगाए. उनके शव को बाहर निकालने के साथ ही तिरंगा यात्रा के साथ रैली भी निकाली जाएगी. वहीं, सुनील कुमार के घर पर मातम पसरा हुआ है. उनकी पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है.
मौके पर आर्मी के जवान सहित कई अधिकारी भी मौजूद हैं. इस दौरान लोगों ने चीन के खिलाफ नारेबाजी की और बदला लेने के लिए नारे भी लगाए. उनके शव को बाहर निकालने के साथ ही तिरंगा यात्रा के साथ रैली भी निकाली जाएगी. वहीं, सुनील कुमार के घर पर मातम पसरा हुआ है. उनकी पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पिता वासुदेव की जुबान पर गम और गुस्सा दोनों था. गम इस बात का कि उन्होंने एक देशभक्त बेटे को खोया और गुस्सा इस बात का आखिर ये कब तक. पिता की जुबान मौत की खबर मिलने के बाद मौन है. अब शायद सरकार से उनका सवाल यही होगा कि उनके बेटे की मौत का बदला सरकार कब लेगी. यही नहीं देश पर मर मिटने वाले ऐसे बीसों भारतीय सपूतों के परिजनों का भी यही सवाल होगा. शहीद के घर पर मौजूद हर शख्स यही सवाल करता रहा.