जीवेश तरुण
बेगूसराय बलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वर्ष 2015 में बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक ही दिनांक पत्रांक के माध्यम से आयुष चिकित्सक तथा फार्मासिस्ट एवं एएनएम (आर बी एस के) की बहाली की गई थी ।हाल के दिनों में वैश्विक महामारी कोरोना कोविद 19 के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की दोहरी नीति के कारण आयुष चिकित्सकों की वेतन वृद्धि कर दिए जाने तथा एएनएम एवं फार्मासिस्ट कर्मियों की वेतन वृद्धि नहीं किए जाने के विरोध में कोविड-19 के कारण बलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत (आर बी एस के) ए एनएम शाजिया मुशर्रफ फातमा तथा रानी कुमारी वही फार्मासिस्ट विक्रम कुमार और अरविंद कुमार सोमवार 15 जून से 14 दिनों के लिए होमक्रोनताईंन पर चले जाने की लिखित सूचना प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी बलिया को देकर अवगत कराया गया है। वैश्विक महामारी कोरोना कार्य में इन सभी एएनएम तथा फार्मासिस्ट कर्मियों के द्वारा दिन-रात सरकार का सहयोग करते हुए कोरोनावायरस के रूप में अपने कार्य का निर्वाहन किया जा रहा था । परंतु सरकार के द्वारा इन कर्मियों के वेतन में बीते पांच वर्षों से वृद्धि नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर कोविड-19 को देखते हुए होम क्रोनताईंन जाने का निर्णय लिया गया है । साथ ही स्वास्थ्य विभाग को यह भी अल्टीमेटम दिया गया है कि अगर इन 14 दिनों में हम लोगों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय भी लिया जा सकता है। जिसकी लिखित सूचना संबंधित विभाग के वरीय अधिकारियों को भी भेज दी गई है। बलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2 एएनएम तथा दो फार्मासिस्ट के होम क्रोन्टाइन पर चले जाने से कोविड-19 का कार्य बाधित हो सकता है।