द एचडी न्यूज डेस्क : देश के साथ-साथ बिहार में भी कोरोना वायरस का कहर जारी है. सूबे में कोरोना संक्रमण की संख्या 4452 हो गई है जबकि 29 लोगों की अबतक मौत भी हो चुकी है. वहीं इस महामारी से अभी तक 2121 लोग ठीक होकर घर भी जा चुके हैं. इस बीच कोरोना वायरस को लेकर बिहार में दहशत के साथ अब अंधविश्वास भी तेजी से पनपने लगा है. छपरा से शुरू हुई ‘कोरोना माई’ की पूजा धीरे-धीरे दूसरे जिलों तक भी पहुंच गई है. वहीं, अंधविश्वास के इस मामले को लेकर अब विपक्ष सरकार पर हमलावर है.
इसी क्रम में रालोसपा के के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस को ‘कोरोना माई’ नाम देकर अंधविश्वास बिहार में ही क्यों फैल रहा है? उन्होंने गंगा तट पर कोरोना माई की पूजा करने वाली महिलाओं को लेकर कहा कि ये महिलाएं कौन हैं, समाज के किस वर्ग की हैं, क्यों कर रही है ऐसा? उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि गरीबों, शोषितों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों व महिलाओं की ऐसी स्थिति पर लाने वालों, जवाब तो देना ही होगा !
बता दें कि अनलॉक-1 की शुरुआत के साथ ही छपरा में कोरोना वायरस को चेचक माता की तरह ‘कोरोना माई’ करार देते हुए गोदना गढ़ देवी मां के मंदिर और उसके परिसर में महिलाओं ने नौ लड्डू, नौ लौंग और नौ अड़हुल के फूल को जमीन के नीचे दबाकर पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना इससे छुटकारा पाने और सब की खुशहाली की प्रार्थना की. पूजा का वीडियो वायरल होने की साथ ही गोपालगंज और बक्सर समेत विभिन्न जिलों में भी महिलाएं गंगा तट पर कोरोना माई की पूजा करती नजर आ रही हैं. पूजा के लिए सोमवार और शुक्रवार का दिन भी निर्धारित कर दिया गया है. विश्वास और अंधविश्वास से परे पूजा करने वाली महिलाओं का कहना है कि कोई कुछ भी कहे लेकिन पति और बेटे के लिए पूजा किया ही जाएगा.
