नंदन कुमार निराला की रिपोर्ट
जमुई: वैश्विक महामारी में दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों ने भोजन और नाश्ता नहीं मिलने के कारण आज सोमवार दिनांक 25 मई 2020 को जमुई- सिकंदरा मुख्य सड़क को मिरचा-पाठकचक पंचायत के बसैया गांव उत्क्रमित मध्य विद्यालय के पास यातायात को बाधित कर दिया। जिससे दोनों और गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। सभी प्रवासी मजदूर स्कूल का बैंच निकालकर रोड जाम करते हुए सभी बीच रोड पर बैठ गए।
संवाददाता द्वारा पुछे जाने पर प्रवासी मजदूरों ने बताया हम लोग 17 मई से क्वॉरेंटाइन सेंटर में आए हैं, लेकिन हम लोगों को भोजन की व्यवस्था 20 तारीख से की गई है। आज तक हम लोगों को नाश्ता नसीब नहीं हुआ है, यहां तक की बिजली कट जाने के बाद अंधेरे में जिंदगी गुजारना पड़ रहा है। हम लोगों के लिए यहां रहने, खाने एवं सोने की कोई भी व्यवस्था सही उपलब्ध नहीं है।
विद्यालय प्रभारी कुमारी सुनीता मैडम से पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां कुल 21 प्रवासी मजदूर है, जिनमें 12 रेड जोन महाराष्ट्र मुंबई से आए हुए हैं, सभी प्रवासी बसैया गांव निवासी हैं। सड़क जाम की खबर मिलते ही अंचलाधिकारी विनोद कुमार चौधरी मौका – ए-वारदात पर पहुंचकर प्रवासी मजदूरों को बड़ी मशक्कत के बाद आश्वासन देते हुए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कर जाम तुड़वाने में सफल हो पाए। संवाद संप्रेषण तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में सिर्फ 12 प्रवासी मजदूर ही शेष रह गए हैं, जो रेड जोन से आए हैं। बाकी सभी अंचलाधिकारी के मौखिक आदेश पर होम क्वॉरेंटाइन के लिए चले गए.